मध्य प्रदेश के सागर जिले में वन्यजीव संरक्षण को लेकर गंभीर चिंता का मामला सामने आया है। जिले के दक्षिण वन मंडल अंतर्गत ढाना परिक्षेत्र के पास झाड़ियों के बीच एक नर बाघ का शव बरामद हुआ है। प्रारंभिक जांच में बाघ की मौत पांच से छह दिन पहले होने की आशंका जताई जा रही है।
वन विभाग के अनुसार, मृत बाघ की उम्र लगभग पांच से छह वर्ष बताई जा रही है। उसके शरीर पर किसी भी प्रकार के बाहरी चोट के निशान नहीं पाए गए हैं और न ही उसके कोई अंग गायब मिले हैं। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि बाघ की मौत बिजली के करंट से हुई हो सकती है।
जिस स्थान पर बाघ का शव मिला, वह ग्राम हिलगन और खांड़ के बीच स्थित राजस्व क्षेत्र है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बाघ की मौत किसी अन्य स्थान पर हुई होगी और बाद में शव को यहां लाकर फेंका गया है। इस पहलू को भी जांच में शामिल किया गया है।
घटना की जानकारी मिलने के बाद डीएफओ वरुण यादव शाम करीब चार बजे वन अमले के साथ मौके पर पहुंचे। वीरांगना रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व (नौरादेही) से फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम भी बुलाई गई, लेकिन अंधेरा होने के कारण मौके पर विस्तृत जांच नहीं हो सकी।
वन अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा, जिसके बाद ही बाघ की मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा हो सकेगा। फिलहाल पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही जा रही है।



