15 जुलाई 2025 को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने छत्तीसगढ़ के रावतपुरा सरकार इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च (SRIMSR) में एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया। यह घोटाला लगभग 1300 करोड़ रुपये के कथित रिश्वत लेन-देन से जुड़ा है। इस मामले में राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) ने कड़ा कदम उठाते हुए कॉलेज में नए शैक्षणिक सत्र के लिए MBBS में दाखिले पर रोक लगा दी है।
घटना का विवरण:
CBI ने रावतपुरा मेडिकल कॉलेज समेत देशभर के 40 से अधिक मेडिकल कॉलेजों पर छापेमारी की। जांच में यह सामने आया कि रावतपुरा कॉलेज ने NMC से मान्यता प्राप्त करने के लिए नियमों का उल्लंघन किया और 55 लाख रुपये की रिश्वत दी। कॉलेज ने बिना जरूरी मानकों को पूरा किए ही मान्यता प्राप्त करने की कोशिश की।
इस घोटाले का पता 30 जून 2025 को हुआ, जब NMC की चार सदस्यीय टीम ने कॉलेज का निरीक्षण किया। इस टीम में डॉ. मंजप्पा सीन, डॉ. चैन्ना एमएस, डॉ. अशोक शेल्के और डॉ. सतीश शामिल थे। इन चारों पर आरोप है कि इन्होंने कॉलेज से कथित रूप से रिश्वत लेकर अनुकूल निरीक्षण रिपोर्ट दी।
जांच और गिरफ्तारियां:
CBI ने अब तक इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तीन डॉक्टर और कॉलेज के प्रशासनिक निदेशक अतुल तिवारी शामिल हैं। जांच में हवाला के जरिए रिश्वत देने और फर्जी दस्तावेजों के इस्तेमाल की बात भी सामने आई है।